चेन्नई : एक तरफ मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने लाड़ली बहना योजना के माध्यम से प्रदेश की महिलाओं को जून से 1000 रुपए महीना देने का फैसला किया है। वही दूसरी तरफ तमिलनाडु की एम.के. स्टालिन सरकार ने भी तमिलनाडु विधानसभा के बजट सत्र में सितंबर से महिलाओं को 1,000 रुपये प्रति माह देने का ऐलान किया है।सीएम एम के स्टालिन द्वारा इस साल 15 सितंबर से 1,000 रुपये मासिक सहायता योजना शुरू की जाएगी।

बजट में 7 हजार करोड़ रुपये की राशि आंवटित
दरअसल, तमिलनाडु सरकार ने सोमवार को राज्य का बजट पेश किया था, जिसमें सितंबर से घर की पात्र महिला मुखिया के लिए 1,000 रुपये मासिक सहायता योजना का ऐलान किया है। राज्य के वित्त मंत्री पलानीवेल थियागराजन ने अपने बजट भाषण में घोषणा करते हुए कहा कि योजना के कार्यान्वयन के लिए आवश्यक तौर-तरीकों पर काम किया जा रहा है। इसके लिए बजट में 7 हजार करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है।
वित्त मंत्री ने किया ऐलान
राज्य के वित्त मंत्री पलानिवेल थियागा राजन ने कहा, केंद्र सरकार द्वारा रसोई गैस की कीमतों में भारी वृद्धि और समग्र मूल्य वृद्धि से प्रभावित परिवारों की महिला मुखियाओं को इस योजना से बहुत लाभ होगा। डीएमके ने रसोई गैस सिलेंडर के लिए 100 रुपये की सब्सिडी का वादा भी किया था। इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करने की पात्रता को रेखांकित करने वाले परिचालन दिशानिर्देश विकसित किए जाएंगे और जल्द ही जारी किए जाएंगे। खास बात ये है कि तमिलनाडू की पात्र मुखिया महिलाओं को ही इस योजना का लाभ मिलेगा। मौजूदा समय में सरकार योजना पर काम कर रही है जिसकी जानकारी जल्द ही साझा की जाएगी।
सीएम ने की थी घोषणा
बीते दिनों तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने घोषणा करते हुए कहा था कि राज्य के अगले बजट में परिवारों की महिला मुखियाओं को 1000 रुपये मासिक सहायता आवंटित किया जाएगा। परिवार की प्रत्येक महिला मुखिया को प्रति माह 1,000 रुपये दिया जाएगा। डीएमके द्वारा किए गए सभी चुनावी वादे इस साल के अंत तक पूरे हो जाएंगे, भले ही पार्टी के पास वादों को पूरा करने के लिए पांच साल थे।बता दे कि राज्य में विपक्षी दल महिलाओं को प्रति माह 1,000 रुपये देने के अपने चुनावी वादे को पूरा नहीं करने के लिए द्रमुक सरकार की आलोचना कर रहे थे, जिसके बाद सीएम ने इसकी घोषणा की थी।