सिवनी जिले के बेलगांव में लोगों ने बाघ के शावक को पत्थर मारकर घायल कर दिया। दोनो शावक बेलगांव के नजदीक पीपलताई तालाब के किनारे विहार कर रहे थे तभी तेंदू पत्ता तोड़ने गए इरेट गांव के लोगों ने पत्थर मार कर भगाने का प्रयास किया जिसमें दोनों शावक घायल हो गए। दोनों शावक 14-15 महीने के है और वो पीपलताई तालाब के पास पानी पीने आए थे, ग्रामवासियों ने उन्हें लाठियों से घेर लिया।
मुख्य वनसंरक्षक एसएस उडडे ने बताया कि पेंच राष्ट्रीय उद्यान से हमारा बचाव दल दोपहर करीब 2:45 बजे पहुंचा और एक घंटे तक चले अभियान में दोनों शावकों को कान्हा बचाव केंद्र भेज दिया गया। उडडे ने शावकों के घायल होने की बात को नकार दिया जबकि वायरल वीडियो में एक शावक लंगड़ाते हुए चल रहा है और कुछ लोग उसे पत्थर मार रहे हैं।
अभिनेत्री रवीना टंडन ने इस वायरल वीडियो को शेयर करते हुए ट्वीट किया कि वोट बैंक पहले आता है, इस दुनिया में इंसानियत नहीं बची है, आशा करती हूं कि सशक्त मानव एक घायल शावक पर पत्थर मार रहे हैं, नर्क में जलेंगे।
भारतीय समाज के जैन दर्शन में भगवान महावीर ने जिओ और जीने दो का सिद्धांत दिया ताकि प्रकृति में सभी जीव शांति और अहिंसा से जीवन बिता सके लेकिन मनुष्य के स्वभाव में परिवर्तन आसानी से नहीं आता।
किसी शायर ने कहा है कि चांद पर बाद में जाना जमाने वालों, पहले धरती पर तो रहना सीख लो, वैसे भी पृथ्वी को खतरा मनुष्य से हैं किसी और से नहीं।