भोपाल। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा अधिकारी कर्मचारियों को अल्टीमेटम दे दिया गया है। दरअसल आज सुबह सीएम शिवराज ने अधिकारियों की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई थी। इस दौरान 15 दिन का अल्टीमेटम देते हुए उन्होंने जल्द से जल्द कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल राजधानी भोपाल की सड़कें बेहद खराब हो गई है। सीएम शिवराज भी इस बात का परेशान नजर आ रहें है। मंगलवार की रात सड़कों का निरीक्षण करने के बाद बुधवार की सुबह उन्होंने इमरजेंसी मीटिंग बुला ली। इस दौरान उन्होंने नगर निगम और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की इमरजेंसी मीटिंग में कहा कि भोपाल की सड़कों की ऐसी दुर्गति होगी। इसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी।
भोपाल की सड़कों को वाशिंगटन से अच्छी बताने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इसकी बदहाली पर बेहद दुखी नजर आ रहे हैं। जगह-जगह गड्ढे उखड़ गए हैं। धूल से आम जनता बेहद परेशान हैं इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों की बैठक में कहा कि अचानक भोपाल की सड़कों का निरीक्षण करने निकले थे। ऐसे में हमीदिया रोड से शाहजहानाबाद होते हुए गुजरने के बाद सड़कों की बदहाली देखी। सीएम शिवराज ने अधिकारियों से कहा है कि पीडब्ल्यूडी या फिर अधिकारी बताएं कि यह रोड किसके पास है। राजधानी में सड़कों की इतनी दुर्गति है तो बाकी अन्य जगह क्या हाल होंगे।
राजधानी सहित प्रदेश भर की सड़कों की खराब हालत पर उन्होंने अधिकारियों की क्लास लगा दी है। इससे पहले शिवराज सरकार के ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर भी सड़क नहीं बना पाने के कारण जूते चप्पल त्याग चुके हैं। उन्होंने प्रण लिया था कि जब तक सड़क नहीं बन जाती वह नंगे पांव ही चलेंगे। अब मंगलवार को सीएम शिवराज भी आधी रात को सड़कों के निरीक्षण पर निकल पड़े थे।
सुबह 7:00 बजे सीएम शिवराज ने भोपाल नगर निगम समेत अन्य विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जल्द से जल्द सड़क मरम्मत का काम पूरा किया जाए। सड़क रेस्टोरेशन का काम पूरा ना होने पर उन्होंने नाराजगी जताई है। 15 दिन का अल्टीमेटम देते हुए उन्होंने कहा है कि 15 दिन के बाद सड़कों की स्थिति की समीक्षा की जाएगी। सीएम शिवराज ने कहा है कि यदि किसी भी तरह की गड़बड़ी सामने आती है तो इस पर अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।