भोपाल : निशा बांगरे, जो पूर्व में मध्य प्रदेश सरकार में डिप्टी कलेक्टर के पद पर कार्यरत थीं, ने अब मुख्य सचिव को एक आग्रह पत्र भेजकर अपने त्याग-पत्र को वापस लेने की गुहार लगाई है। वहीं इस दौरान उन्होंने इस आग्रह पत्र में अपने कार्यक्षेत्र में दिए योगदान की भी विस्तारपूर्ण चर्चा की है। दरअसल निशा बांगरे ने विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेने के लिए अपने पद से इस्तीफा दिया था। हालांकि उन्हें कांग्रेस की और से टिकट नहीं दिया गया था।
वहीं निशा बांगरे ने आग्रह पत्र में लिखा है कि उन्होंने सरकारी काम में पूर्ण समर्पण और ईमानदारी से काम किया है। उन्होंने अपनी सेवाओं के दौरान सरकारी दिशाओं और निर्देशों का पूरा पालन किया है और आम जन के अधिकारों की संरक्षण में भी समर्थ रही हैं।
त्याग पत्र देने के बाद, उन्हें सरकारी अधिकार नहीं मिले और न तो कोई विभागीय जाँच की अनुमति दी गई। इसके अलावा, उन्हें त्याग पत्र के बाद किसी भी निजी या सरकारी संस्था में नौकरी नहीं की है। इसलिए, उन्होंने त्याग-पत्र वापस लेने की अपील की है।
निशा बांगरे ने इस आग्रह पत्र में जानकारी भी दी कि उन्होंने विधानसभा चुनाव 2023 में भाग लेने की प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन त्याग-पत्र देने के बाद उन्हें उसके लिए समय नहीं मिला और वह अपने नामांकन पत्र के साथ जरूरी दस्तावेज नहीं जुटा पाई। उन्होंने आग्रह पत्र में यह भी उल्लेख किया कि उन्हें अपनी सेवा काल में त्याग-पत्र देने के बाद कोई सी भी नौकरी नहीं मिली है, जिससे उन्हें संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने अपना विस्तृत पता भी दिया है, जिसमें उनका मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, और पता शामिल है। वह विशेष रूप से यह भी बताया है कि उन्होंने सेवाओं के लिए पूरी निष्ठा और समर्पण से काम किया है, और इसलिए वापस त्याग-पत्र लेने की इच्छा रखती हैं।