मध्यप्रदेश के अलीराजपुर जिले में एक महिला शिक्षक केलबाई भिंडे उम्र 27 वर्ष में जहर खाकर आत्महत्या कर ली। वह सरकार से नियमितीकरण की उम्मीद लगाए बैठी थी परंतु पिछले दिनों नियमित शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाने और अतिथि शिक्षकों के लिए किसी भी प्रकार का आश्वासन मिलने के बाद उसकी उम्मीद टूट गई थी।
पुलिस के अनुसार मृतक युवती कवठू के पटेल फलिया विद्यालय में अतिथि शिक्षक थीं। जहरीले पदार्थ के सेवन के कारण उनकी मृत्यु हो गई। बताया गया है कि अन्य अतिथि शिक्षकों की तरह केलबाई भिंडे को भी नियमितीकरण की उम्मीद थी, परंतु पिछले दिनों नियमित शिक्षकों की नियुक्ति के बाद अतिथि शिक्षकों की सेवाएं बिना किसी कारण के समाप्त कर दी गईं।
हटाए गए अतिथि शिक्षकों को सरकार की तरफ से कोई आश्वासन भी नहीं दिया गया। एक उम्मीद थी कि कोई ना कोई आवाज उठाएगा, सरकार कोई कदम उठाएगी परंतु अब वह उम्मीद भी टूट गई थी। अतिथि शिक्षकों का नेतृत्व करने वाले तमाम संगठन सरकार पर दबाव बना पाने में असफल साबित हो रहे हैं। यह एक बड़ा कारण है कि अतिथि शिक्षकों की उम्मीद टूट रही है।