भोपाल : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में मंगलवार को सड़क पर संस्कृति बचाओ मंच के सदस्य घूमते नजर आए, वेलेंटाइन डे के एक दिन पहले संस्कृति मंच ने चेतावनी दी थी कि प्रेमी युगल इसे न मनाएं, होटल, रेस्टोरेंट में न जाए, संस्कृति बचाओ मंच वेलेंटाइन डे के दिन शहर की सड़कों पर घूम घूम कर पार्क और होटेल्स का निरीक्षण किया, इस दौरान बड़ी संख्या में मंच के सदस्य मोटरसाइकिलों सहित कार में जी श्री राम के नारे लगाते नजर आए । हालांकि उनका दावा है कि उन्हे इस दौरान एक भी प्रेमी जोड़ा नजर नहीं आया। संस्कृति मंच ने आज का दिन पुलवामा के शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करने का दिन करार दिया है।
जताया आभार
संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी की माने तो पूरे भोपाल शहर में 12 दस्तो ने भ्रमण किया सभी पार्कों और अन्य जगहों पर निगरानी रखी किंतु कहीं भी किसी भी प्रकार से अश्लीलता नहीं पाई गई न कोई युगल जोड़े वैलेंटाइन डे मनाते हुए मिले संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने युवाओं का पश्चात संस्कृति के बहिष्कार एवं वैलेंटाइन डे के बहिष्कार पर आभार व्यक्त किया और पुलवामा के शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए युवाओं का धन्यवाद प्रेषित किया। हालांकि इस दौरान पुलिस ने इन्हे रोकने की भी कोशिश नहीं की।
दी थी चेतावनी
संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने कहा कि वैलेंटाइन डे के दिन ही पुलवामा हमला हुआ था इसलिए इस दिन युवा वैलेंटाइन डे का बहिष्कार करें एवं पाश्चात्य संस्कृति को दरकिनार करते हुए किसी भी प्रकार की अश्लीलता ना फैलने दें अगर इस प्रकार का कृत्य किया जाएगा तो संस्कृति बचाओ मंच इसका विरोध करेगा हम शासन प्रशासन से भी यह मांग करते हैं कि कहीं भी किसी प्रकार की अश्लीलता और फूहडता ना हो इस बात का ध्यान रखा जाए संस्कृति बचाओ मंच ने 12 दस्ते गठित की है जिसमें कि हर दस्ते में 10 कार्यकर्ता होंगे जो पूरे भोपाल में नजर रखेंगे कहीं भी अश्लीलता फैलाई जाएगी तो उसे शासन के सहयोग से रोका जाएगा एवं उसका विरोध किया जाएगा संस्कृति बचाओ मंच होटल मालिकों को भी चेतावनी देना चाहता है कि इस दिन किसी भी अश्लील पार्टी का आयोजन ना करें जिससे कि हमारी संस्कृति और हमारी सभ्यता को आघात पहुंचे। संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चन्द्रशेखर तिवारी ने कहा कि हमें ध्यान रखना चाहिए कि 14 फरवरी के दिन ही पुलवामा हमला हुआ था और हमारे कई जवान शहीद हो गए थे किसी मां का लाल किसी बेटा बेटी का पिता और किसी बहन का पति अपने प्राणों को निछावर कर के भारत माता की रक्षा के लिए शहीद हो गया था इसलिए हमें इस दिन का बहिष्कार करते हुए पुलवामा हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करना चाहिए।