अहमदाबाद: गुजरात से राज्यसभा सांसद रामभाई मोकरिया ने बेरोजगारी को लेकर अजीबोगरीब बयान दिया है। सांसद मोकरिया का कहना है कि देश और राज्य में बेरोजगारी नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रोजगार मेले में 71 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र बांटे जाने के मोकरिया ने यह बयान दिया। मोकरिया ने कहा कि घर के लिए कामवाली, ऑफिस के लिए चपरासी नहीं मिलता है। तमाम जगहों पर रोजगार उपलब्ध है। मोकरिया ने कहा कि देश में नौकरियों की कोई कमी नहीं है। लोगों को शॉपिंग मॉल्स और सिनेमाघरों में सफाईकर्मी, सुरक्षा गार्ड और प्लंबर की नौकरी मिल ही जाती है। मोकरिया ने आगे कहा कि कृषि क्षेत्र के पर्याप्त संख्या में मजदूर नहीं हैं। मोकरिया के इस बयान पर विवाद भी शुरू हो गया है। कांग्रेस ने इस बयान पर कड़ी अपत्ति दर्ज कराई है।
‘महिमामंडन बाज आएं सांसद’
मोकरिया के इस बयान पर विवाद भी हो रहा है। कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी के राज्यसभा के सांसद का बयान गुजरात और देश के युवाओं को गुमराह करने वाला है। गुजरात कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता डॉ. मनीष दोशी ने कहा कि बीजेपी में एक नया फैशन चल रहा है महिमामंडन कीजिए और तरक्की हासिल करिए। दोशी ने कहा कि गुजरात भर्तियां और भ्रष्टाचार दोनों साथ-साथ चल रहे हैं।राज्यसभा सांसद को खुद तथ्यों को जानना चाहिए और खुद को महिमामंडन करने की जगह पर गुजरात के युवाओं को रोजगार कैसे मिले इसकी चिंता करनी चाहिए?
छात्र जीवन से बीजेपी में हैं मोकरिया
लंबे समय से बीजेपी से जुड़े रामभाई मोकरिया फरवरी, 2021 में गुजरात से राज्यसभा पहुंचे थे। 1 जून, 1957 को जन्मे राम भाई मोकरिया पोरबंदर जिले के भाड़ गांव से ताल्लुक रखते हैं। वे एक ब्राह्मण परिवार से आते हैं। उनके दो बेटे और एक बेटी है। राम मोकरिया कॉलेज के दिनों में काफी मेधावी छात्र थे। मोकरिया ने बीए के बाद एलएलबी की पढ़ाई की है। मोकरिया को छात्र जीवन से राजनीति में रुचि थी। वे 1976 में एबीवीपी से जुड़े थे और फिर बाद में बीजेपी से जुड़ गए थे। मोकरिया 1979 से लेकर 1995 तक पार्षद रहे। इसके बाद मोकरिया पोरबंदर शहर बीजेपी के सचिव रहे। 1992 से 1994 के बीच मोकरिया पाेरबंदर शहर बीजेपी के उपाध्यक्ष रहे। इसके बाद बाद मोकरिया प्रदेश संगठन में आ गए और कमिटी के सदस्य बने।
कोरियर किंग हैं मोकरिया
मोकरिया ने नौकरी करने के बजाए 1985 में मारूति ट्रैवेल एंड कारगो की शुरुआत की। दो साल बाद ही मोकिरया ने 1987 में मारूति कोरियर सर्विसेस की शुरू की। दो दशक में मोकरिया ने मारूति कोरियर को बड़ा नेटवर्क तैयार कर दिया। मोकरिया के बेटे अजय और मौलिक मोकरिया वर्तमान में श्री मारूति कोरियर को संभालते हैं। अभी कंपनी के 126 वेयरहाउस है। कंपनी ने 2026 तक 150 और वेयरहाउस और शामिल करने का लक्ष्य रखा है। कंपनी के पूरे भारत में 3,764 आउटलेट्स हैं और कोरियर कंपनी ने 2.5 लाख कोरिया और कंसाइनमेंट हवाई और सड़क मार्ग से पहुंचाती है।
पाटिल के करीबी हैं मोकरिया
गुजरात की मौजूदा राजनीति में मोकरिया को प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल का बेहद करीबी माना जाता है। गुजरात के मुख्यमंत्री पद से विजय रुपाणी की विदाई के बाद राजकोट समेत पूरे सौराष्ट्र में मोकरिया का कद एकाएक काफी बड़ा हुआ था। राजकोट में उनकी गिनती राजनीतिक तौर पर ताकतवर लोगों में होती है। बीजेपी में रहते हुए मोकरिया के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी से ज्यादा अच्छे संबंध नहीं रहे, लेकिन उन्हें सीआर पाटिल का खास माना जाता है। पहली बार राज्यसभा पहुंचे मोकरिया का कार्यकाल 21 जून, 2026 तक है।
सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया
राज्यसभा सांसद राम मोकरिया के बेरोजगारी वाले बयाने पर सोशल मीडिया में काफी तीखी प्रतिक्रिया है। यूजर्स पूछ रहे हैं अगर बेरोजगारी नहीं हैं तो फिर कुछ सैकड़ा नौकरी के लाखों की संख्या युवा फार्म क्यों करते हैं? तो दूसरे यूजर्स लिख रहे हैं कि लगता है कि ये साहब भारत में नहीं रहते हैं। तो वहीं कुछ यूजर्स ने उने मीडिया रिपोर्ट का हवाला दिया है। जिसमें बी टेक और एमटेक की डिग्री के साथ एमबीए धारकों ने चपरासी के पद के लिए आवेदन किए थे।