इंदौर : मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर शहर में कुछ दिनों पहले ही मेट्रो का ट्रायल ट्रेन सफलतापूर्वक पूर्ण हुआ। इस ट्रायल रन को हरी झंडी दिखाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इंदौर आए थे। यहां उन्होंने मेट्रोपॉलिटन रीजन अथॉरिटी बनाने की घोषणा की। इस घोषणा के बाद वल्लभ भवन में हलचल शुरू हो गई है लगातार नोटशीट चलाई जा रही है। हाल ही में जानकारी सामने आई है कि इस मामले को लेकर 17 अक्टूबर के दिन बैठक गई है जिसमें ड्राफ्ट पर चर्चा की जाएगी।
आपको बता दे, पिछले कई सालों से इस मुद्दे पर चर्चा की जा रही है वहीं इसको लेकर कई प्लान भी बनाए जा चुके हैं जो अटके हुए हैं। शासन द्वारा मेट्रो पोलिटन का सपना कई सालों से दिखाया जा रहा है लेकिन अब तक इस पर काम नहीं किया गया लेकिन अब मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद एक बार फिर उम्मीद की किरण जाग उठी है। बताया जा रहा है कि इंदौर के साथ इंदौर मेट्रो पोलिटन रीजन ऑथोरिटी में उज्जैन, देवास, धार भी शामिल रहेंगे।
अब तक अटका है इंदौर का मास्टर प्लान
जानकारी के मुताबिक, इंदौर का मास्टर प्लान अभी तक अटका हुआ है। इसे जल्द से जल्द पूरा किया जाना था लेकिन भू-घोटालों के गंभीर आरोप के बाद इसका काम अधर में लटक गया जिसके बाद मुख्यमंत्री को खुद इसमें दखलअंदाजी करनी पड़ी। जल्द ही इस मास्टर प्लान को लाया जाना था लेकिन सिटी में हुए हंगामे की वजह से इंदौर का अब तक ड्राफ्ट भी नहीं निकल पाया है।
वहीं अब कुछ दिनों में आचार संहिता भी लग जाएगी और ये प्लान और ज्यादा आगे बढ़ जाएगा। बताया जा रहा है कि मेट्रो मेट्रोपॉलिटन बनाने के लिए नए प्लान में भी इसको लेकर प्रावधान जोड़ना पड़ेंगे। इसको लेकर विभागों से चर्चा की गई। वहीं अब सुझाव के लिए बैठक आयोजित की जा रही है लेकिन सही से सभी कार्य चुनाव के बाद ही पूरे हो पाएंगे। तब तक और इंतजार करना होगा।