प्रेम की मशाल को लैला-मजनूं, हीर-रांझा से लेकर शीरी-फरहाद ने जलाए रखा. आज भी उस मशाल की रोशनी गवाही दे रही है कि, प्रेम अभी जवान है. प्यार हर किसी को कभी न कभी अपने आगोश में ले ही लेता है. राजनेता भी इससे अछूते नहीं हैं.
अखिलेश और डिंपल की प्रेम कहानी
यूपी में नेताओं के प्यार का जिक्र हो तो समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का नाम सबसे पहले आएगा. इनकी लव स्टोरी की शुरुआत तब हुई, जब अखिलेश इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे. दोनों की मुलाकात एक दोस्त के घर पर हुई थी. उस वक्त डिंपल लखनऊ यूनिवर्सिटी से कॉमर्स की पढ़ाई कर रही थीं. दोनों की मुलाकात के कुछ ही दिन बाद अखिलेश ऑस्ट्रेलिया से इंजीनियरिंग में मास्टर्स की डिग्री के लिए चले गए.
लेकिन अखिलेश और डिंपल के प्यार में लॉन्ग डिस्टेंस का टोटका बीच में नहीं आया. फिर जब अखिलेश पढ़ाई पूरी करके ऑस्ट्रेलिया से वापस लौटे, तब उनके सामने शादी की चुनौती थी. पिता मुलायम के कठोर मन को मनाना था.
दोनों परिवार की जाति भी अलग है. अखिलेश यादव तो डिंपल राजपूत. डिंपल के पिता आर्मी में कर्नल थे. कहा जाता है कि मुलायम सिंह इस रिश्ते के लिए बहुत ज्यादा तैयार नहीं थे, लेकिन उस वक्त समाजवादी पार्टी के नेता अमर सिंह ने मुलायम सिंह को मनाने में अहम भूमिका निभाई और मुलायम सिंह का कठोर दिल बेटे के प्यार के सामने मुलायम हो गया. फिर, नवंबर 1999 में अखिलेश और डिंपल की शादी हो गई.
प्रियंका गांधी की लव स्टोरी
फिलहाल उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी जिनके कंधे पर है उनकी लव स्टोरी भी काफी चर्चा में रही है. कांग्रेस की जनरल सेक्रेटरी प्रियंका गांधी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि ‘जब मैं रॉबर्ट से पहली बार मिली थी तो सिर्फ 13 साल की थी. वे मुझसे वैसे ही मिलते थे, जैसे दूसरे दोस्तों से मिलते थे. ये बात मुझे पसंद आई.
प्रियंका और रॉबर्ड वाडरा एक ही स्कूल में पढ़ाई करते थे. ब्रिटिश स्कूल में पढ़ाई के दौरान रॉबर्ट को लगता था कि प्रियंका उनमें दिलचस्पी रखती हैं. फिर धीरे-धीरे दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई. रॉबर्ट वाड्रा एक कारोबारी परिवार से थे और प्रियंका गांधी राजनीतिक परिवार से. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों ही परिवार दोनों की शादी के लिए राजी नहीं थे, लेकिन प्यार की ताकत ने दोनों परिवार को मना लिया और फिर 18 फरवरी 1997 को प्रियंका और रॉबर्ट शादी के बंधन में बंध गए. दोनों की शादी सोनिया गांधी के घर 10 जनपथ, दिल्ली पर हुई थी.
दिग्विजय सिंह की लव स्टोरी
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और उनकी पत्नी की उम्र में करीब 24 साल का फर्क है। लेकिन शादी के बाद दोनों खुशहाल जिंदगी व्यतीत कर रहे हैं। अब अमृता राय और दिग्विजय सिंह एक-दूसरे के साथ कदमताल कर चल रही है। दिग्विजय सिंह ने शादी के बाद नर्मदा परिक्रमा की थी। उस दौरान दिग्विजय सिंह के साथ अमृतार राय भी थीं। दोनों ही साथ ही में नर्मदा परिक्रमा पूरी की थी।
दिग्विजय सिंह की पत्नी का निधन 2013 में बीमारी की वजह से हो गया था। 2014 में दोनों की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। जिसमें अमृता राय और दिग्विजय सिंह एक साथ दिख रहे थे। जब इन तस्वीरों को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल शुरू हुआ तो दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा था कि मुझे यह स्वीकार करने में कोई संकोच नहीं है कि अमृता राय से मेरे रिश्ते हैं। अमृता ने अपने पति से तलाक के लिए केस फाइल कर दिया है। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद मैं इस रिश्ते को औपचारिक रूप दे दूंगा।
सचिन पायलट की लव स्टोरी
सचिन की लव स्टोरी बिल्कुल फिल्मी है जैसे फिल्म में एक्शन, ड्रामा और इमोशन होते हैं वैसे ही सचिन की जिंदगी में भी हुआ. सचिन की प्यार की कहानी तब शुरू हुई जब वो MBA की पढ़ाई के लिए लंदन गए. दिल्ली के एयरफोर्स बाल भारती स्कूल और फिर दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफंस कॉलेज से पढ़ाई करने के बाद सचिन MBA के लिए पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी चले गए थे और यहीं उनकी मुलाकात जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला की बेटी और उमर अब्दुल्ला की बहन सारा अब्दुल्ला से हुई.
सचिन हिंदू है और सारा मुस्लिम ऐसे में परेशानी तो होनी ही थी. दोनों के घरवालों ने इस रिश्ते को अपनाने से इंकार कर दिया. कहा जाता है कि सारा के पिता फारुख अब्दुल्ला ने साफ बोल दिया था कि सचिन से उनकी शादी कभी नहीं हो सकती. सारा ने अपने पिता को मनाने की कोशिश भी की, लेकिन उनका दिल नहीं पसीजा. आखिरकार सचिन और सारा ने दुनिया की परवाह ना करते हुए जनवरी 2004 में शादी कर ही ली. शादी में सारा के घर से कोई शामिल नहीं हुआ. हालांकि, सचिन के परिवार ने सारा का पूरा साथ दिया. जैसे जैसे वक्त बीता अब्दुल्ला परिवार के लोगों ने भी सचिन को अपना लिया और जैसा की हर कोई चाहता है, इस लव स्टोरी का अंत भी सुखद ही रहा.