जूही चावला का नाम हिंदी सिनेमा की खूबसूरत अभिनेत्रियों में शुमार होता है। इन्होंने वैसे तो हिंदी सिनेमा जगत को कई शानदार फ़िल्में दी है। इनके फ़िल्मी सफर की शुरुवात उस वक़्त हुई जब वो साल १९८४ में ‘मिस इंडिया’ बनी। इसके बाद साल १९८६ में जूही ने फिल्म ‘सल्तनत’ से बॉलीवुड की दुनिया में कदम रखा और अपनी दूसरी ही फिल्म ‘क़यामत से क़यामत’ तक की सफलता से रातों-रात स्टार बन गयी।
९० के दशक में जूही चावला का नाम हिंदी सिनेमा की सबसे सफल अभिनेत्रियों में लिया जाने लगा। कई नौजवानों के दिलों की धड़कन बन चुकी जूहीचावला की एक झलक पाने के लिए लोग बेताब रहते थे। इस बीच इनकी कई कामयाब फ़िल्में भी रिलीज़ हो चुकी थी।
ऐसे शुरू हुई जूही चावला की प्रेम कहानी
एक बार फिल्म निर्माता-निर्देशक राकेश रोशन की फिल्म ‘कारोबार’ की शूटिंग के सिलसिले में जूही चावला जब साउथ अफ्रीका गयी तब राकेश रोशन ने अपने के दोस्त से जूही चावला को मिलवाया। इस दोस्त का नाम था जय मेहता।
धीरे-धीरे जूही चावला और जय मेहता की मुलाक़ात, नजदीकियों में तब्दील होने लगी। हालांकि जय मेहता पहले से ही शादीशुदा थे। मगर अचानक जय मेहता की पत्नी की मौत हो गयी। समय बदलते जय मेहता भी जूही चावला के और करीब आ गए और इसी बीच जय मेहता की मां की तबीयत भी ख़राब हो गयी।
ऐसे में जूही चावला ने जय मेहता की मां की सेवा का मौका जाया नहीं जाने दिया। जिसके बाद जय मेहता की मां को भी जूही चावला बेहद पसंद आने लग गयी। इसके बाद साल १९९५ में जूही चावला ने जय मेहता के साथ शादी करके हर किसी को हैरानी में डाल दिया। अचानक हुई इस शादी से जूही चावला के कई फ़िल्मी दोस्त काफी नाराज़ भी हुए थे। जो फ़िल्में साइन की थी उसे पूरा करके इन्होंने कुछ समय के लिए फिल्मों से दूरी बना ली थी।