भोपाल। मध्य प्रदेश की टीकमगढ़ नगर पालिका में अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस में ही आपसी गुटबाजी सामने आई है, बताया जा रहा है कि दिग्विजय सिंह ने अपनी मर्जी का अध्यक्ष बनाने के लिए तमाम जोड़-तोड़ किए , मगर अंत में कमलनाथ ने अचानक कैंडिडेट घोषित कर दिया। लेकिन वही अब एक बार फिर इस आदेश को निरस्त कर दिया गया है। बीजेपी ने इसे कांग्रेस की गुटबाजी करार देते हुए सवाल खड़े किए है।
जारी आदेश
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से नगर पालिका टीकमगढ़ के चुनाव में श्रीमती पूनम रजनी जायसवाल को अध्यक्ष बनाये जाने संबंधी आदेश को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाता है, मेरी जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नवीन साहू एवम शहर कांग्रेस अध्यक्ष भय्यन यादव से बात हुई है यह निर्णय लिया गया है कि 10 अगस्त को सुबह 9 बजे कांग्रेस पार्षद दल की मीटिंग में सर्वानुमति के प्रयास से या गोपनीय रायशुमारी कर जिससे अधिक मत प्राप्त होंगे उसे अध्यक्ष का प्रत्याशी मनोनीत किया जाएगा, इसी तरह अध्यक्ष मनोनीत होगा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से इस हेतु सुनील बोरसे और शंकर प्रताप सिंह को पर्यवेक्षक नियुक्त किया जाता है।
चंद्रप्रभाष शेखर
उपाध्यक्ष, संगठन प्रभारी
फिलहाल कांग्रेस के इस आदेश को लेकर बीजेपी ने निशाना साधा है उन्होंने एक बार फिर कांग्रेस की गुटबाजी पर कटाक्ष किया है, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य सुरेन्द्र शर्मा ने ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि “कल कमलनाथ ने पत्र जारी करवाया, आज दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी को बोलकर निरस्त करवा दिया। कमलनाथ की ऐसी बेइज्जती तो पहले कभी न हुई थी। मामला मुस्लिम तुष्टिकरण का है या मोटे माल का है यह तो कांग्रेस के नेता ही बता सकते हैं”