उज्जैन : विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में इस समय लगातार विस्तारीकरण का काम चल रहा है और महाकाल महालोक का निर्माण किया जा रहा है। अब इस भव्य कॉरिडोर की सुरक्षा 10 करोड़ की लागत से लगाए जाने वाले 500 कैमरे के माध्यम से की जाने वाली है। यहां पर एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्निकल रूम भी तैयार किया जाएगा। कैमरा की मदद से पल-पल की अपडेट कंट्रोल रूम में पहुंचेगी।
500 कैमरा करेंगे महाकाल महालोक की रक्षा
महाकालेश्वर विस्तारीकरण के तहत बनाए गए महाकाल लोग का दीदार करने के लिए देश और दुनिया भर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु उज्जैन पहुंच रहे हैं। भीड़ बढ़ने के चलते प्रशासन के सामने हमेशा ही भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा की चुनौती बनी रहती है। इसी को देखते हुए इस स्मार्ट सिटी द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम तैयार किया जा रहा है।
महाकाल कॉरिडोर और वहां तक पहुंचने वाले रोड के चप्पे-चप्पे पर 500 कैमरा लगाए गए हैं। इन सभी का संचालन स्पेशल कंट्रोल रूम के जरिए किया जाने वाला है। कंट्रोल रूम तैयार किया जा रहा है इसके तैयार होने के बाद जल्द ही सभी कैमरा का परीक्षण किया जाएगा। सावन शुरू होते ही इनसे निगरानी रखना भी शुरू कर दी जाएगी।
महालोक की बढ़ेगी सुरक्षा
नई तकनीक के इस्तेमाल के जरिए प्रशासन के साथ श्रद्धालुओं को भी कई तरह की सुविधाएं मिल जाएगी। अगर किसी का कोई सामान गुम हो जाता है या फिर कोई श्रद्धालु मिसिंग हो जाता है तो कैमरा की सहायता से उसे आसानी से ढूंढा जा सकेगा। परिसर में असामाजिक तत्वों पर भी कैमरा के जरिए निगरानी रखी जाएगी और वीवीआईपी सुरक्षा में भी यह महत्वपूर्ण साबित होंगे। मूर्तियों को डैमेज करने और छूने की परिस्थिति भी इससे कंट्रोल की जा सकेगी और जैसे ही कोई श्रद्धालु मूर्ति के पास जाएगा, कंट्रोल रूम पर अलर्ट पहुंच जाएगा।
यहां लगाए गए कैमरे
महाकाल लोक के जितने भी प्रवेश द्वार है जिनमें नंदी द्वार, पिनाकी द्वार, मयूरवन द्वार, मानसरोवर द्वार, शंख चौराहा, महाकाल निर्गम द्वार, बड़ा गणेश के सामने, महाकाल मंदिर तक पहुंचने वाले सारे रास्तों पर कैमरा लगाए गए हैं। ऐसे में भीड़ अधिक होने, ट्रैफिक व्यवस्था जाम होने जैसी परिस्थिति बनने पर महाकाल महालोक कंट्रोल रूम और पुलिस को सूचना मिल जाएगी।