उज्जैन : बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में बड़नगर रोड पर 4 अप्रैल से 10 अप्रैल तक कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण की कथा आयोजित की जाने वाली है। एक दिन पहले यानी आज वो उज्जैन पहुंचे और बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेते नजर आए। वहीं बड़ी संख्या में भक्तों का हुजूम भी एक दिन पहले ही उज्जैन पहुंच चुका है, जो महाकाल दर्शन के लिए पहुंच रहा है।

गर्भगृह में बंद है प्रवेश
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की ओर से कथा के आयोजन को देखते हुए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने का अनुमान पहले ही लगा लिया गया था। जिसके चलते 3 अप्रैल से लेकर 10 अप्रैल तक गर्भगृह में प्रवेश बंद कर दिया गया है। मंदिर पहुंचने वाले श्रद्धालु नंदी हॉल की बैरिकेडिंग से बाबा के दर्शन करते हुए नजर आ रहे हैं। इन सबके बीच हैरान कर देने वाला नजारा तब देखने को मिला जब दर्शन करने पहुंचे कथावाचक गर्भगृह में जाकर बाबा का पूजन अर्चन करते हुए दिखाई दिए। वहीं सामान्य श्रद्धालु दूर से ही भीड़ में खड़े होकर बाबा को निहार रहे थे।

ये है सवाल
ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि जब मंदिर समिति द्वारा गर्भगृह में प्रवेश बंद कर दिया जाता है, उस समय में आम हो या खास सभी श्रद्धालु नंदी हॉल या बैरिकेडिंग से ही बाबा के दर्शन कर पाते हैं। ऐसे में पंडित प्रदीप मिश्रा किस तरह से गर्भगृह में बाबा का पूजन अर्चन कर रहे हैं, या फिर ये कहा जाए कि भगवान के दर्शन के लिए भी अब श्रद्धालु का आम और खास होना दो अलग-अलग बातें हैं, जिन्हें तवज्जो दी जा रही है और नियम सिर्फ आम लोगों के लिए ही बनाए जा रहे हैं।
पहली बार बंद है प्रवेश
वैसे तो समय-समय पर महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा श्रद्धालुओं की भीड़ या किसी खास अवसर को देखते हुए गर्भगृह में प्रवेश निषेध किया जाता है, लेकिन यह पहली बार है जब किसी कथा वाचक की कथा का आयोजन उज्जैन में होने के कारण 8 दिनों के लिए गर्भगृह में प्रवेश रोका गया है।