भोपाल : उत्तर प्रदेश की वाराणसी अदालत ने ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामले का हिंदू पक्ष स्वागत कर रहा है। अदालत के फैसले के बाद मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उमा भारती ने कहा कि फैसला सुनकर खुशी हुई। इसे बहाने उन्होंने कुछ बॉलीबुड स्टार पर भी हमला बोला। उमा ने कहा कि जब देश में ‘सर तन के जुदा’ के नारे लगे तब आमिर खान, सलमान खान, शाहरुख खान कहां थे?
दरअसल उमा भारती ने कहा कि सर तन से जुदा के नारे पर चुप थे। और आगे भी चुप ही रहना। सर तन से जुदा के नारे के बाद किसी को भी कोई डर नहीं लग रहा है। ऐसे लोग हिंदुओं को बड़ी बात बताते हैं। लेकिन खुद छोटे दिमाग के रहते है। जिससे देश को नुकसान हुआ है ये सभी अपने पुरस्कार वापस करने चले थे। अब शाहरुख और आमिर से पूछना है कि अब डरके कहा गए। ऐसे ही लोग देश का माहौल खराब कर रहे हैं। उमा भारती के कहा कि फिल्मी सितारों को पॉलिटिकल कॉमेंट नहीं करना चाहिए। इनके अंदर नफरत का जहर भरा हुआ है, जो निकल कर आता है।
उमा भारती ने आगे कहा कि कट्टरवादिता फैलाने के पीछे कुछ कथित बुद्धिजीवियों का मौन है। जब सर तन से जुदा के नारे लगे तो मैंने कहा ओवैसी साहब से कि आप निंदा कीजिए इसकी, उसकी तस्वीर को जमीन पर जूतों से रौंद रहे हैं, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। और इसी तरह से कट्टरपंथी एलिमेंट बढ़ता है।
उन्होंने कहा कि एक वर्ग नफरत फैला रहा है, वह वर्ग संख्या में कम है लेकिन करेत सांप संख्या में कम होता है लेकिन उसकी हवा भर लग जाए तो आदमी मर जाता है। इसमें कुछ वामपंथी हैं, समाजवादी हैं, कुछ कांग्रेसी नेता हैं, कुछ फिल्म स्टार हैं। ये करेत सांपों की तरह है इन को देख लेने भर से आदमी मर जाए।
इसी कड़ी में धार के भोजशाला को लेकर उमा भारती ने कहा कि वहां देवी की प्रतिमा वापिस आनी चाहिए। वहां मुस्लिम पक्ष का स्थान बाहर है। और देवी की प्रतिमा को साफ तौर पर वापस आना चाहिए। क्योंकि अगर ऐसा होता है तो ये मुस्लिम समाज की उदारता का सबसे बड़ा उदाहरण होगा। अब हिन्दुओं को उदारता छोड़नी चाहिए।
वहीं रायसेन के बंद शिव मंदिर को लेकर उमा भारती ने कहा कि शिवरात्रि के पहले मैं रायसेन में जल जरूर चढ़ाऊंगी। अगर शिवरात्रि तक का इंतज़ार किया, तो हम किस बात के शिव भक्त है। मेरी शिवराज जी से इस पर चर्चा हो चुकी है। उन्होंने आर्कियोलोजी डिपार्टमेंट में कुछ बातचीत की है। और मंदिर को खोलने के लिए उन्हें कानून व्यवस्था की रिपोर्ट चाहिए होगी। पूरे देश भर में ऐसे 30 मंदिर है जो फिलहाल अभी ताला बंद हैं। लेकिन अगर मुहिम सफल हुई तो देशभर के ऐसे 30 मंदिर खोले जाएंगे।