देहरादून : उत्तराखंड से एक बड़ी खबर आ रही है। चमोली जिले में लगे सीवर प्लांट में बुधवार को करंट उतरने से 15 मजदूरों की मौत हो गई। कई मजदूरों के घायल होने की सूचना है। बताया जा रहा है कि मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। इस सीवर प्लांट का निर्माण नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत चल रहा है। गंभीर रूप से झुलसे मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस और प्रशासन की टीमें बचाव कार्य में जुट गई हैं। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पूरे मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।
बताया जा रहा है कि ट्रांसफार्मर फटने की वजह से सीवर प्लांट में करंट फैल गया। इसकी चपेट में वहां काम कर रहे तमाम मजदूर आ गए। चमोली हादसे में आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया है। तत्काल पुलिस और प्रशासन की टीमों ने गंभीर रूप से झुलसे लोगों को अस्पताल पहुंचाया। चमोली के एसपी प्रमेंद्र दोवाल ने बताया कि हादसे में कई झुलस गए हैं। अलकनंदा नदी के किनारे ट्रांसफार्मर में धमाका हुआ जिसके बाद करंट दौड़ने से यह हादसा हुआ है।
चौकी प्रभारी की भी मौत
एडीजीपी वी मुरुगासन ने बताया कि हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 पहुंच गई है। इसमें एक पुलिस सब इंस्पेक्टर और पांच होमगार्ड भी शामिल हैं। पूरे मामले की छानबीन की जा रही है। प्रथम दृष्टया पता चला है कि रेलिंग में करंट आ गया था। इसकी वजह से हादसा हुआ है। आगे जांच चल रही है। उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि इस हादसे में बदरीनाथ हाइवे पर तैनात एक चौकी प्रभारी की भी मौत हो गई है। उनका शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
ऊर्जा निगम पर लापरवाही का आरोप
इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है। वह ऊर्जा निगम पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर दुख जताते हुए न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। दुर्घटना के बाद प्रोजेक्ट का काम रोक दिया गया है।