भोपाल : लोकसभा चुनाव 2024 का पहले चरण का मतदान शुक्रवार को शाम 6 बजे संपन्न हो गया। पहले चरण में 21 राज्यों के 102 सीटों पर चुनाव की प्रक्रिया संपन्न हुई, जिसमें मध्य प्रदेश की 6 सीटें समेत तमिलनाडु की सभी 39 सीटें, राजस्थान 12 सीटें, उत्तर प्रदेश की 8 सीटें, उत्तराखंड की सभी 5 सीटें, असम और महाराष्ट्र की 5-5 सीटें, बिहार की 4 सीटें, पश्चिम बंगाल की 3 सीटें अरूणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय की 2-2 सीटें और मिजोरम, त्रिपुरा एवं छत्तीसगढ़ की 1-1 सीटें शामिल हैं। इसके अलावा नागालैंड, पुडुचेरी, अंडमान, लक्षद्वीप, सिक्किम और जम्मू-कश्मीर की 1-1 सीटों पर चुनाव की प्रक्रिया संपन्न हुई।
एमपी में शाम 5 बजे तक इतना फीसदी रहा मतदान
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में एमपी की 29 सीटों में 6 सीटों पर चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो गई हैं, इनमें सीधी, शहडोल, मंडला, जबलपुर, बालाघाट और छिंदवाड़ा की सीट शामिल रहीं। इन सीटों में से शाम पांच बजे तक सबसे ज्यादा छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर 73.85 फीसदी मतदान हुआ। इसके अलावा बालाघाट में 71.08 फीसदी, मंडला में 68.31 फीसदी, शहडोल में 59.91 फीसदी, जबलपुर में 56.74 फीसदी और सबसे कम सीधी सीट पर 51.24 फीसदी मतदान हुआ।
इस राज्य में हुआ सबसे ज्यादा मतदान
पहले चरण के चुनाव की प्रक्रिया ज्यादातर शांति तरीके से संपन्न हुई। इस दौरान देश में सबसे ज्यादा मतदान वाला राज्य पश्चिम बंगाल रहा है। पश्चिम बंगाल में शाम बजे तक 77.5 फीसद वोटिंग हुआ। वहीं सबसे कम वोटिंग वाला राज्य बिहार राज्य रहा है। बिहार की 4 सीटों पर 46.32 फीसदी वोट पड़ा है। जबकि अगर बात करें मध्य प्रदेश की तो शाम 5 बजे तक 6 सीटों पर कुल 63.27 फीसदी वोटिंग हुई।
दिग्गज कलाकारों ने डाला वोट
पहले चरण के चुनाव में तमिलनाडु की सभी 39 सीटों पर चुनाव की प्रक्रिया संपन्न कराई गई। इस दौरान दिग्गज कलाकारों ने वोटिंग के ले बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिसमें तमिल सुपरस्टार रजनीकांत, विजय सेथुपथि, धनुष, थालापति विजय और कमल हासन समेत कई कलाकारों ने वोट डाला। इसके अलावा सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने भी कोयंबटूर में अपना वोट डाला।
एमपी में वोट डालने वालों के दिखे अलग-अलग रंग
मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से 6 सीटों पर चुनाव संपन्न हुआ। इस दौरान एमपी में वोट डालने वाले के अलग-अलग रंग दिखे। कहीं सातफेरों के बाद विवाहित जोड़ों ने एक साथ वोट डालने के साथ नई नवेली दुल्हनों ने मतदान में बढ़-चढ़कर शामिल हुए। इसके अलावा किन्नर समुदाय के लोग भी वोट डालने के लिए आए।