जयपुर: दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस छोड़ने का ऐलान करने के बाद पार्टी में हड़कंप मच गया है। उन्होंने इस्तीफे के साथ कांग्रेस नेतृत्व पर कई सवाल भी खड़े कर दिए। उनके अचानक इस्तीफे पर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि आजाद की ओर से जो टिप्पणियां की गई हैं वो उचित नहीं है। मैं खुद सदमे में हूं कि एक व्यक्ति जिसे जिंदगी में सब कुछ मिला हो वो आज ऐसे संदेश दे रहें जो मेरे समझ के परे हैं। इस दौरान गहलोत ने जिस तरह से अपनी बात रखी उसे देखकर ऐसा लगा जैसे उन्हें आभास था कि गुलाम नबी आजाद ऐसा कदम उठा सकते हैं।
मेरे पास शब्द नहीं, आजाद के इस्तीफे पर बोले गहलोत
अशोक गहलोत ने कहा कि गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस से इस्तीफे बारे में मैं जो महसूस करता हूं उसे व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। उन्होंने पार्टी में कई पदों पर काम किया। किसी को उम्मीद नहीं थी कि वह ऐसा पत्र लिखेंगे। इससे पहले, उन्होंने सोनिया गांधी को पत्र उस समय पत्र लिखा था जब वह मेडिकल चेकअप के लिए अमेरिका गई थीं। कांग्रेस ने उन्हें सब कुछ दिया, आज वह इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी के कारण एक जाने माने नेता हैं।
‘आजाद की पहचान कांग्रेस के कारण है’
सीएम गहलोत ने आगे कहा कि मैं खुद सदमे में हूं कि एक व्यक्ति जिसे जिंदगी में सब कुछ मिला हो वो आज ऐसे संदेश दे रहे जो मेरे समझ के परे है। आजाद की पहचान कांग्रेस के कारण है। मैं गुलाम नबी आजाद की भावना को सही नहीं मानता। वह 42 साल तक बिना पद के नहीं रहे। पार्टी ने उन्हें सबकुछ दिया।
गुलाम नबी आजाद ने इस्तीफे के साथ पार्टी पर लगाए गंभीर आरोप
इससे पहले कांग्रेस में असंतुष्ट नेताओं के ग्रुप G-23 के नेता गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को आखिरकार पार्टी छोड़ दी। उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे 5 पेज लंबे इस्तीफे में कई गंभीर आरोप लगाए हैं। आजाद ने राहुल गांधी पर सीनियर नेताओं के अपमान का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि रिमोट कंट्रोल मॉडल से कांग्रेस का बंटाधार हुआ। वहीं गुलाम नबी आजाद के आरोपों पर गहलोत ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मैं उनकी भावना को सही नहीं मानता।