बेंगलुरु : राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा इन दिनों कर्नाटक में है और अब सोनिया गांधी भी उसमें शामिल हुई हैं। गुरुवार को कर्नाटक के मांड्या जिले में सोनिया गांधी इस यात्रा में शामिल हुईं। इस दौरान राहुल गांधी और सोनिया के बीच एक अच्छी बॉन्डिंग देखने को मिली। मां के जूतों के फीते बांधने से लेकर कई मौकों पर राहुल गांधी की एक केयरिंग छवि बनाने की कोशिश भी की गई। हालांकि माना जा रहा है कि कांग्रेस की कर्नाटक में जो यात्रा चल रही है, उसका मुख्य फोकस उन 60 सीटों पर है, जहां वोक्कालिगा समुदाय के लोगों की अच्छी खासी आबादी है। फिलहाल यात्रा इन्हीं इलाकों से गुजर रही है।
मांड्या और उसके आसपास के 6 जिलों में इस समुदाय की अच्छी खासी आबादी है। वोक्कालिगा वोटरों पर कांग्रेस के अलावा जेडीएस और भाजपा भी दावेदारी जताते रहे हैं। वहीं इस बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार और उनके भाई को एक बार फिर से ईडी का नोटिस मिलने से माहौल गरमा गया है। गुरुवार को सुबह सोनिया और राहुल गांधी हेलिकॉप्टर से मांड्या पहुंचेय़। इस दौरान करीब दो किलोमीटर तक सोनिया गांधी खराब सेहत के बाद भी चलती दिखीं। राहुल गांधी इस बीच उनका ख्याल रखते दिखे। कुछ दूरी तक यात्रा में साथ रहने के बाद सोनिया गांधी निकल गईं और राहुल गांधी यात्रा के साथ आगे बढ़ गए।
कांग्रेसियों में उत्साह, बोले- विजयदशमी के बाद होगी विजय
इस पूरी यात्रा से कर्नाटक में कांग्रेस में उत्साह देखने को मिल रहा है। कांग्रेसियों को लग रहा है कि जिस तरह से लोग यात्रा में बड़े पैमाने पर पहुंच रहे हैं, उससे पार्टी की संभावना बढ़ गई है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा, ‘विजयदशमी के बाद कर्नाटक में विजय होगी। हमें गर्व है कि सोनिया गांधी यहां आईं और यात्रा में हिस्सा लिया। कर्नाटक की गलियों में यात्रा की। हम कर्नाटक में सत्ता में वापस आ रहे हैं और भाजपा की दुकान बंद हो जाएगी।’ बता दें कि कर्नाटक में कांग्रेस की यात्रा चामराजनगर, मैसूर, मांड्या, तुमकुर, चित्रदुर्ग, रायचूर और बेल्लारी से होकर निकलने वाली है।
डीके शिवकुमार के लिए भी अहम है यह इलाका
इन सभी जिलों में वोक्कालिगा समुदाय की अच्छी खासी आबादी है। यहां कुल 60 विधानसभा सीटें आती हैं, जिन पर कांग्रेस फोकस कर रही है। दरअसल लिंगायतों के बीच भाजपा की अच्छी पैठ रही है। ऐसे में वोक्कालिगा को कांग्रेस अपने पाले में लाना चाहती है। कांग्रेस की यहां कैसी तैयारी है, इसे इस बात से भी समझा जा सकता है कि प्रियंका गांधी भी यात्रा में शामिल होने वाली हैं। यह इलाका डीके शिवकुमार के लिए भी अहम हैं। उनके समर्थकों का मानना है कि यदि यहां से अच्छी जीत मिलती है तो फिर डीके शिवकुमार की सीएम पद को लेकर दावेदारी मजबूत हो जाएगी।