मुंबई। शिवसेना सांसद संजय राउत ने सोमवार को कहा कि नया चुनाव चिन्ह पार्टी के लिए नई क्रांति ला सकता है। उनका यह बयान अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव से पहले शिवसेना नाम और धनुष-बाण निशान को चुनाव आयोग के द्वारा फ्रीज करने के बाद सामने आया है। चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे- दोनों समूहों के दावेदारियों के बीच फिलहाल यह कदम उठाया है। इस बीच उद्धव कैंप ने आयोग को अपनी पार्टी के लिए नाम और निशानों की एक लिस्ट सौंप दी है। आज एकनाथ शिंदे की तरफ से भी एक सुझाव पत्र ईसी को सौंपी जाएगी।
इस मुद्दे के बारे में बोलते हुए संजय राउत ने कहा कि चुनाव चिन्ह को फ्रीज करना एक राजनीतिक दल के जीवन में होता रहता है। कांग्रेस के साथ तीन बार ऐसा हुआ। जनता पार्टी के साथ भी ऐसा हुआ था। राउत ने आगे कहा, ”हो सकता है कि नया चुनाव चिन्ह पार्टी के लिए एक नई क्रांति लेकर आए। प्रतीक और नाम अलग हो सकते हैं, लेकिन पार्टी अभी भी वही है।”
दो महीने से अधिक समय से जेल में बंद संजय राउत सोमवार को अपनी जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए मुंबई की सत्र अदालत में पेश हुए थे। उन्हें देखने के लिए बड़ी संख्या में उनके समर्थक कोर्ट पहुंचे थे। कई लोगों ने उनके पैर छुए, किसी ने उन्हें गले लगाया। राउत के परिवार वाले भी वहां मौजूद थे। शिवसेना सांसद विनायक राउत और शिवसेना युवा नेता वरुण सरदेसाई भी कोर्ट कॉरिडोर में संजय राउत से मुलाकात कर रहे थे।
आने वाले अंधेरी उपचुनाव के बारे में बात करते हुए संजय राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे खेमे को इतनी जल्दी यह नहीं मिल सकता है। उन्होंने आगे कहा, “एकनाथ शिंदे अभी महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा नफरत करने वाले शख्स हैं।”
संजय राउत को प्रवर्तन निदेशालय ने 1 अगस्त को मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में गिरफ्तार किया था। मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा इसकी जांच कर रही है।