भोपाल। मुरैना जिले के पोरसा में एक रोचक वाकया हुआ। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के निर्देश पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत को नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह हेलीपैड पर छोड़ नेताओं के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर निकल गए।
एकता और कांग्रेस, मानो 36 का आंकड़ा हो गया है। जब-जब कांग्रेस का भी बड़ा नेता कांग्रेस को ठीक करने की कोशिश करता है तब तक मतभेद सामने आ जाते हैं। ऐसा ही एक वाकया बुधवार को मुरैना जिले की पोरसा मे हुआ। दरअसल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के निर्देश पर नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह, कांग्रेस के उपाध्यक्ष अशोक सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए निकले थे।
इसके लिए बाकायदा कमलनाथ ने अपना हेलीकॉप्टर मुहैया कराया था। पोरसा जिले में लोगों से मिलने के बाद जब नेतागण वापस हेलीपैड पर लौट रहे थे तब डॉक्टर गोविंद सिंह समेत अन्य नेता आगे गाड़ी में थे और कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत पीछे की गाड़ी में। रामनिवास रावत जब हेलीपैड पर पहुंचे तो हेलीकॉप्टर उङ हो चुका था। उन्होंने तत्काल डॉक्टर गोविंद सिंह को फोन लगाया तो गोविंद सिंह ने बताया है कि पायलट ने कहा है कि वे लेट हो रहे है और ग्वालियर जल्द पहुंचना है।
हालांकि इस वाकये से रामनिवास रावत भौचक्के रह गए और वापस लौट गए। हैरत की बात यह रही कि हेलीकॉप्टर उसके बाद श्योपुर पहुंचा जो रामनिवास रावत का इलाका है और उस इलाके का पूरा सर्वेक्षण भी किया। इसी बीच किसी पत्रकार ने डॉक्टर गोविंद सिंह से पूछा कि रामनिवास रावत किस विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे तो उनका जवाब बड़ा अप्रत्याशित था। उन्होंने कहा कि मैं क्या रामनिवास रावत का पीए हूं। राजनीतिक गलियारों में रामनिवास रावत के साथ हुआ वाक्या चर्चा का विषय बना हुआ है और लोगों का कहना है कि आखिरकार कांग्रेस में ऐसे मतभेद कब दूर होंगे।