भोपाल : मध्यप्रदेश में कमलनाथ ही कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे..इस सवाल को राहुल गांधी टाल गए हैं। इस बात पर नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा है कि खुद को स्वयंभू भावी सीएम बताने वाले कमलनाथ को ये संकेत समझ जाना चाहिए और ये भी समझ लेना चाहिए कि उन्हें पार्टी की तरफ से नकार दिया गया है।
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ‘कमलनाथ पर उनके नेता राहुल गांधी से सवाल किया गया तो उन्होंने ही टाल दिया, इसके बाद अब बचा क्या है। मैंने कल ही कहा था कि विस्फोटक बैठक रहने वाली है। स्वयंभू जनरल ऑफ एटार्नी जो अपने आप को घोषित कर रहे थे, उनकी स्थिति कल देख ली होगी। सारे के सारे नेताओं ने उन्हें रिजेक्ट कर दिया है। अब कमलनाथ जी अपने आप को कोई भी फेस बताते रहे, कोर ग्रुप की टीम ने और राष्ट्रीय नेतृत्व ने उन्हें नकार दिया है।’
उन्होने कहा कि नकारने की वजह भी साफ है। उस समय के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को मध्यप्रदेश बुलवाकर दो लाख के कर्जमाफी का झूठ बुलवाया। जब कमलनाथ ने ‘आइटम’ कहा और राहुल गांधी ने माफी मांगने को कहा तो उन्होने माफी नहीं मांगी। इसीलिए राहुल गांधी जी ने अब स्पष्ट संकेत दे किया है कि ये फेस नहीं होंगे। बता दें कि दिल्ली में एमपी कांग्रेस के नेताओं की बैठक के बाद राहुल गांधी ने दावा किया कि वो मध्यप्रदेश में 150 सीटें जीतेंगे। वहीं जब उनसे ये सवाल किया गया कि क्या एमपी में कमलनाथ चेहरा होंगे, तो वो इस सवाल को टालते हुए आगे बढ़ गए। इसी बात पर अब नरोत्तम मिश्रा ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि कमलनाथ को उनकी पार्टी के ही नेताओं ने नकार दिया है और अब वो चाहें जो भी कहते रहें, लेकिन ये स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस उन्हें ‘फेस’ बनाने से गुरेज कर रही है।