क्यों महमूद के पैरों पर गिरकर रो पड़े थे अमिताभ बच्चन

बॉलीवुड में आज के समय में ऐसे सितारे है बहुत कम है जिन्हें नाचना नहीं आता है, मगर पहले के समय में ज्यादातर अभिनेताओं में से बहुत कम लोगों को ही नाचना आता था। जैसे राजेंद्र कुमार, धर्मेंद्र, दिलीप कुमार, राज कपूर, रणधीर कपूर, मनोज कुमार इत्यादि। ये शायद कम ही लोग जानते है कि सदी के महानायक कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन को भी नाचना नहीं आता था और इसी वजह से के फिल्म की शूटिंग के दौरान वो खूब रोये थे। चलिए जानते है पूरा किस्सा।

मेहमूद साहब का नजरिया अमिताभ को लेकर कुछ ऐसा था कि एक बार उन्होंने कहा था कि ‘मैं एक्टर के तौर पर अमिताभ से बेहद प्रभावित हुआ था। अमिताभ बच्चन की आंखें, उसकी आवाज से ज्यादा बोलती थी। मगर अमित को एक टिपिकल बॉलीवुड एक्टर के रूप में तब्दील करना बहुत मुश्किल था, क्यूंकि वो बहुत शर्मीला था। इस पर जब बात नाचने की आती थी तो एकदम भोंदू था।’ 

हुआ यूं कि फिल्म ‘बॉम्बे टू गोवा’ के एक गाने में तो अमिताभ बच्चन नाच ही नहीं पा रहे थे और दूसरा गाना ‘देखा ना हाय रे सोचा ना’ जो बस में फिल्माया जाना था, इस गाने पर नाचने से पहले ही अमिताभ हार मान चुके थे। 

शूटिंग के दौरान एक दिन अमिताभ शूटिंग पर नहीं गए और अपने कमरे में ही रहे। उन्हें १०२ डिग्री बुखार भी था। जब मेहमूद साहब अमिताभ बच्चन के कमरे में पहुंचे तो वो सुबकते हुए उनके पैरो पर गिरकर गिड़गिड़ाते हुए रोकर मेहमूद से कहने लगे कि ‘भाईजान, अब मुझसे नहीं होगा ये डांस-वांस।’ तो मेहमूद ने उनसे कहा कि ‘आदमी चल सकता है तो वो नाच भी सकता है।’

मेहमूद ने अपने डांस मास्टर को ये हिदायत दे दी कि दूसरे दिन जब अमिताभ बच्चन शूटिंग के लिए आये तो केवल एक ही टेक में अमिताभ जो भी करें, उस पर सारे लोग तालियां बजाये। फिर क्या था अगली सुबह अमिताभ शूटिंग पर आये और पहले टेक में बहुत ही गन्दा डांस किया, जिस पर सारे लोगों ने तालियां बाजई।

इस तरह की हौसला अफजाई देखकर अमिताभ बच्चन में आत्मविश्वास जाग गया और उन्होंने पूरा गाना इसी आत्मविश्वास में पूरा कर लिया और जो गन्दा वाला शॉट उन्होंने शुरुवात में दिया था वो भी आखिर में फिर से फिल्माया गया।