नर्मदा तट पर बना प्राचीन ऐतिहासिक होशंगशाह का किला उपेक्षा के चलते धीरे-धीरे धराशायी होता जा रहा था। प्राचीन धरोहर के संरक्षण और सौंदर्यीकरण को लेकर बीच में प्रशासन ने रूचि लेना शुरू किया। इस दौरान लगा कि जल्द ही किले को रूप संवर जाएगा, लेकिन बाद में मामला ठंडे बस्ते में चला गया। अब एक बार पुनः उपेक्षा के चलते किले का रूप उजड़ने लगा है।
शहर की प्राचीन धरोहर को बचाने के लिए इसकी सुरक्षा और सौंदर्यीकरण के प्रयास जब शुरू हुए, तो लोगों को उम्मीद जगी की किले के दिन फिरेंगे। परिसर की सुरक्षा और सौंदर्यीकरण के लिए काम भी शुरू हुआ था। किले को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना थी। इसके लिए आनन-फानन में सफाई की गई और सुरक्षा के लिए बाउंड्रीवॉल बनाई गई। इसके अलावा अधिकारियों के दल ने किले का निरीक्षण कर इसके जीर्णोद्घार के बारे में मंथन किया
होशंगशाह का किला उपेक्षा के चलते धीरे-धीरे धराशायी होता जा रहा था। प्राचीन धरोहर के संरक्षण और सौंदर्यीकरण को लेकर बीच में प्रशासन ने रूचि लेना शुरू किया। इस दौरान लगा कि जल्द ही किले को रूप संवर जाएगा, लेकिन बाद में मामला ठंडे बस्ते में चला गया। अब एक बार पुनः उपेक्षा के चलते किले का रूप उजड़ने लगा है।
शहर की प्राचीन धरोहर को बचाने के लिए इसकी सुरक्षा और सौंदर्यीकरण के प्रयास जब शुरू हुए, तो लोगों को उम्मीद जगी की किले के दिन फिरेंगे। परिसर की सुरक्षा और सौंदर्यीकरण के लिए काम भी शुरू हुआ था। किले को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना थी। इसके लिए आनन-फानन में सफाई की गई और सुरक्षा के लिए बाउंड्रीवॉल बनाई गई। इसके अलावा अधिकारियों के दल ने किले का निरीक्षण कर इसके जीर्णोद्घार के बारे में मंथन किया