फरीदाबाद : ‘राहुल गांधी की चमड़ी मोटी है’ ये किसी बीजेपी नेता का कटाक्ष नहीं बल्कि उन्हीं की पार्टी के वरिष्ठ नेता का बयान है। हालांकि ये बात अंग्रेजी में कही गई है और किसी दूसरे संदर्भ में। लेकिन जब इस बात का हिंदी तर्जुमा हुआ है तो अर्थ का अनर्थ होते देर नहीं लगी। दरअसल मामला एक बार फिर राहुल गांधी की टी शर्ट पर आ टिका है। लेकिन इस बार बीजेपी नहीं बल्कि एक पत्रकार ने सवाल किया। शुक्रवार को फरीदाबाद में प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान एक पत्रकार ने जयराम रमेश से पूछा कि ‘जबसे राहुल जी ने भारत जोड़ो यात्रा शुरू की है, तबसे पूरे देश की नजर उनपर है।
सवाल के जवाब में कही ये बात
राहुल जी कैसे चल रहे हैं, कहां चल रहे हैं, कितना बोल रहे हैं क्या बोल रहे हैं सब नजर में है। एक नजर लोगों की ये भी है कि इतने सर्द मौसम में राहुल जी टी शर्ट पहनकर निकल रहे हैं और आप सब गर्म कपड़े पहनकर निकल रहे हैं। क्या आप लोगों को चिंता नहीं है, आप कहते नहीं उनसे कि ठंड लग जाएगी। क्या उन्हें ठंड नहीं लगती है।’ इस सवाल पर जयराम रमेश ने कहा कि ‘मैं क्या जवाब दे सकता हूं..ठंड नहीं लगती है। वो थिक स्किन हैं।’ ये बोलते हुए वो थोड़ा झल्ला भी गए।
हो सकता है अर्थ का अनर्थ
कर्नाटक में जन्मे और विदेश से शिक्षा ग्रहण करने वाले जयराम रमेश ठीक ठाक हिंदी बोल लेते हैं। लेकिन शायद वो ‘मोटी चमड़ी’ मुहावरे का अर्थ नहीं समझते होंगे वरना इसका अंग्रेजी में भी प्रयोग नहीं करते। पिछले कुछ समय से लगाकार अलग अलग कांग्रेसी नेता अपने बयानों के कारण चर्चाओं और विवादों में हैं। इस बीच ‘राहुल गांधी की मोटी चमड़ी है’ वाला ये जवाब भी उसके लिए सिरदर्द बन सकता है। राजनीति में किसी भी संदर्भ में बोली गई बात के कई मायने निकाले जा सकते हैं और बीजेपी को तो जैसे बैठे बिठाए मुद्दा मिल गया है। ऐसे में ये बयान एक बार फिर कांग्रेस के लिए भारी साबित हो सकता है।