वर्ल्ड टीबी डे : टीबी हारेगा, देश जीतेगा : ‘वन वर्ल्ड टीबी समिट’ को संबोधित करेंगे पीएम मोदी, ‘टीबी’ मैन होंगे शामिल…

नई दिल्ली : पिछले 60 वर्षों से भारत में टीबीको नियंत्रित करने के लिए तरह-तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। दरअसल यह एक गंभीर समस्या बनी हुई है। हर साल 24 मार्च के दिन वर्ल्ड टीबी डे मनाया जाता है। इस दिन लोगों को टीबीसे बचने के लिए जागरूक किया जाता है। इतना ही नहीं पीएम मोदी भी 2025 तक देश को टीबी से मुक्त करने के लिए 13 मार्च 2018 में ही घोषणा कर चुके हैं। इसी विजन के तहत शहर से लेकर गांव तक विशेष अभियान अब तक किए जा चुके हैं। पहले निःक्षय पोषण योजना, टीबी नोटिफिकेशन का विस्तार, सक्रिय टीबी खोज अभियान आदि जैसी योजनाओं की शुरुआत की गई। वहीं टीबी के मरीजों के लिए निश्शुल्क जांच, उपचार और 500 रुपये हर महीने पोषण भत्ता देने जैसी सुविधाएं भी शुरू की गई।

वाराणसी में पीएम मोदी का बड़ा आयोजन

वहीं आज पीएम मोदी वाराणसी में टीबी को लेकर बड़ा आयोजन करने वाले हैं। इस आयोजन में आज देश ही नहीं विदेश के भी एक्सपर्ट वाराणसी के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में दुनिया को टीबी से मुक्त कराने पर मंथन करेंगे। इस कार्यक्रम में अहम भूमिका सुनील कुमार यादव निभाएंगे। दरअसल, उन्हें वाराणसी का टीबी मैन कहा जाता है। वह केंद्र की मोदी सरकार के 2025 तक टीबी से मुक्त करवाने वाले विजन में पूरे उत्साह के साथ काम कर रहे हैं।

उन्होंने अब तक 1 साल में 4 हजार से ज्यादा लोगों को टीबी टेस्ट कर उससे मुक्त करवाया है। आज वह पीएम मोदी के कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। जानकारी के मुताबिक, रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में विश्व क्षय रोग दिवस के दिन वन वर्ल्ड टीबी समिट का आयोजन शिखर सम्मेलन स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और स्टॉप टीबी पार्टनरशिप की तरह से किया जा रहा है।

पीएम मोदी ने एक ट्वीट शेयर किया हैं जिसमें आज होने वाले कार्यक्रम की जानकारी दी गई हैं, देखें ट्वीट –

टीबी से संबंधित पहलुओं पर जागरूकता फैलाने और इसे खत्म करने के लिए 24 मार्च को विश्व टीबी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर मैं वाराणसी में ‘वन वर्ल्ड टीबी समिट’ को संबोधित करूंगा। भारत इस बीमारी को खत्म करने के लिए कई प्रयास कर रहा है।

वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट कर लोगों को जागरूक किया है

क्षयरोग (टीबी) एक घातक संक्रामक रोग है, उचित समय पर सही इलाज ही इस बीमारी से बचाव का एक मात्र उपाय है। आइए, विश्व क्षयरोग दिवस पर हम टीबी के बारे में स्वयं जागरूक होकर दूसरों को भी जागरूक करने का संकल्प लें।

Leave a Reply